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G-20 New Delhi Summit: G-20 Summit का दिल्ली में सफल आयोजन हुआ। विदेशी मेहमानों के स्वागत में भारत सरकार ने खूब धन खर्च किया। सोने-चांदी के बर्तनों में भोजन करवाया तो लाखों रूपये के रेंट वाले कमरे में ठहराया। लेकिन सोने चांदी के बर्तन में भोजन करवाने का मामला विपक्ष दल एनसीपी के नेता शरद पवार को कतई रास न आया। शरद ने बड़े लहजे से G-20 Summit में चांदी व सोने की परत वाले बर्तन को लेकर सरकार को समझाया। पहले के पीएम के कार्यकाल में भी हुए हैं ऐसे कार्यक्रम कभी किसी के स्वागत में सोने के बर्तन का भौकाल नहीं दिखाया। 

असल में मामला यह है कि G-20 Summit में विदेश से आए मेहमानों के स्वागत में सरकार ने खूब धन ख़र्च किया। मेहमानों को चांदी के बर्तन सोने की परत चढ़ी थाली में भोजन करवाया गया। सरकार के बर्ताव पर शरद पवार बोले – इस तरह के वैश्विक आयोजन भारत में आज से पहले भी दो दफा हुए हैं। एक बार तब जब देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं। उन्होंने लोगों का खूब स्वागत किया। लेकिन मैंने कभी नहीं देखा कि विदेशी प्रतिनिधियों को चांदी के बर्तनों और सोने की परत चढ़े बर्तनों में भोजन करवाया जाए। 

उन्होंने आगे कहा- विदेशी प्रतिनिधियों का सम्मान करना आवश्यक है। यह देश के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन इस तरह अमुख मुद्दों को दरकिनार कर अपने विषय में सोचना और अपना कद बढ़ाने के लिए वैश्विक आयोजन का उपयोग अनैतिक है। बता दें शरद पवार ने यह बात मुंबई के वाई बी चव्हाण सेंटर में एक सभा को संबोधित करते हुए कही।