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G20 Summit: आज G20 Summit का दूसरा और अंतिम दिन है। बीते दिन G20 Summit में 100 से अधिक मुद्दों पर चर्चा हुई और एक साथ सहमति जाहिर की। इन मुद्दों में सबसे अमुख मुद्दा रूस-यूक्रेन युद्द रहा। G20 Summit में भारत ने जिस प्रकार सभी देशों के साथ समन्वय स्थापित किया और अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। उसने भारत के विकास को नए आयाम दिये और देखते ही देखते भारत ग्लोबल साउथ की आवाज बन गया। 

राजनयिक मामलों की जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों की माने तो भारत में इतिहास तो उस सुबह ही बन गया था जब पीएम मोदी ने अफ्रीकी संघ को जी20 देशों के ग्रुप में शामिल करने का प्रस्ताव रखा था. इस प्रस्ताव को सभी देशों की सहमति मिली थी. अफ्रीकी यूनियन जी20 में 55 देशों का प्रतिनिधित्व कर रहा है. जोकि एक पूरे महाद्वीप के लिए अहम क्षण है.

सभी देशों ने सर्वसम्मति से जारी किया साझा घोषणापत्र

मोदी ने एक पोस्ट में कहा, ‘नई दिल्ली घोषणापत्र (नई दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लरेशन) अपनाने के साथ ही इतिहास रचा गया है. सर्वसम्मति और उत्साह के साथ एकजुट होकर हम एक बेहतर, अधिक समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण भविष्य के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करने का संकल्प लेते हैं. जी20 के सभी सदस्यों को उनके समर्थन और सहयोग के लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं।