राजस्थान में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने को है। बीजेपी हर हाल में राजस्थान में अपनी सरकार बनाना चाहती है। कांग्रेस जो की राजस्थान में सत्ता में है वह पुनः सत्ता वापसी की तैयारी में है। लेकिन इस बीच लाल डायरी का किस्सा खत्म नहीं हो रहा है। बीजेपी लाल डायरी का मुद्दा आय दिन उठाती है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ईमानदारी पर सवाल खड़े करती है।
वहीं राजस्थान के गंगापुर में सहकार किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं- केंद्र की मोदी सरकार ने किसान बजट को 6 गुना बढ़ा दिया है। लेकिन कांग्रेस ने किसान हित के लिए कुछ नहीं किया। लाल डायरी के किस्से अशोक गहलोत छुपा रहे हैं। लाल डायरी में उनके भ्रष्टाचार और अनैतिक कार्यो का ब्यौरा है। उन्हें तो अपने पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा- सम्बोधन में कुछ लोग उनके पक्ष में नारे लगा रहे हैं। लोगों को भेजकर गहलोत साहब को कुछ नहीं मिलेगा। अगर उनमें तनिक भी लज्जा है तो अपने पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। असल में गहलोत जी लाल डायरी से डरे हुए हैं। डायरी जरूर लाल है लेकिन उसमें कैद गहलोत के काले कारनामें हैं।