Narendra Modi vs Rahul Gandhi: सूरत में हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन और हीरे के बिजनस के लिए डायमंड बोर्स का उद्घाटन करने पहुंचे पीएम मोदी ने साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत की घोषणा कर दी है। मोदी के बयाना के बाद विपक्षी खेमे में हलचल मच गई है। विपक्षी दल जो केंद्र की सत्ता से मोदी को हटाना चाहते थे लगातार प्रयास कर रहे हैं उनको मोदी की घोषणा के बाद भय लग रहा है कि शायद उनकी एकता का मंत्र भी निष्फल होगा। वह पुनः केंद्र में मोदी का नेतृत्व देखेंगे और जनता पुनः मोदी के विकास पर विश्वास जताएगी।
क्या बोले पीएम मोदी:
सूरत में एक रैली को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा- हमने अगले 25 साल का लक्ष्य निर्धारित कर लिया है। बीजेपी की अगली पारी में देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में शामिल होगा। मोदी के इस बयाना के बाद एक बात जो स्पष्ट हो गई है वह है कि बीजेपी को अब लगने लगा है कि विपक्ष के पास कोई ऐसा चेहरा नहीं है। जिसके बलबूते वह मोदी को टक्कर दे सके। विपक्ष विभेदकारी नीति के दम पर बीजेपी से लड़ना चाहता है, पुराने घिसे पिटे जाति धर्म के मुद्दों से जनता को लुभाना चाहता है। लेकिन वह नहीं जनता आज के समय में मोदी की गारंटी जनता के लिए मायने रखती है और विपक्ष तब तक जनता के दिल में अपनी जगह नहीं बना सकता। जब तक वह मोदी की गारंटी से बेहतर कुछ जनता के सामने लाकर रखे।
क्यों विपक्ष से भाग रही जनता:
विपक्ष जनता को विश्वास दिलाने में असफल हो रहा है। क्योंकि जनता ने केंद्र में विपक्ष की सत्ता देखी है। पुराने समय में विपक्ष जिन मुद्दों से जनता को आकर्षित करता था आज भी उन्ही पर अडिग है। मोदी जो जनता को सम्बोधित करते हुए विकास, इकोनॉमिक डेवलेपमेंट, वैश्विक स्तर पर भारत की मजबूत छवि बनाने की बात करते हैं। वही विपक्ष लगातार गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, जातिवाद को ढोल पीटता दिखता है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि यदि वास्तव में विपक्ष केंद्र में सत्ता परिवर्तन चाहता है तो उसे स्वयं की नीति में परिवर्तन करना होगा। क्योंकि जनता तबतक विपक्ष को अपना विकल्प नहीं देख सकती जब तक विपक्ष देश हित हेतु मोदी ने बेहतर गारंटी न पेश करे और जनता को यह साबित करने में सफल हो कि उनके लिए जातिगति वोट बैंक से अधिक आवश्यक है भारत का विकास।