Rajsthan Election 2023: राजस्थान में चुनावी सरगर्मी तेज है। कांग्रेस और बीजेपी के मध्य आरोप प्रत्यारोप की राजनीति जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे पर कटाक्ष करते हुए कहा- बीजेपी ने उन्हें दरकिनार कर दिया है। क्योंकि वसुंधरा ने उनकी नीतियों का विरोध किया था। साल 2018 में हमारी सरकार बनी और 2020 में बीजेपी नेताओं ने सरकार गिराने का षड्यंत्र रचा। जिसका विरोध वसुंधरा राजे ने किया था और उसका परिणाम बीजेपी ने उनको दरकिनार करके दिया। जो बीजेपी वसुंधरा राजे के साथ कर रही है वह उनका आंतरिक मामला है लेकिन मैं फिर भी बीजेपी के नेताओं से अनुरोध करूंगा की वह वसुंधरा को मेरी वजह से सजा न दें।
कब हुई सरकार गिराने की कोशिश:
गहलोत ने पुरानी घटना का जिक्र करते हुए कहा- साल 2020 में बीजेपी ने हमारी सरकार गिराने का हर संभव प्रयास किया। क्योंकि उस समय सचिन पायलट के नेतृत्व में 2 विधायकों ने पार्टी का विरोध किया। स्थिति आपस में सुलझा ली गई लेकिन बीजेपी इसका लाभ उठाना चाहती थी। पार्टी के भीतर जो कलह की स्थिति उत्पन्न हुई उसकी जिम्मेदार बीजेपी थी। बीजेपी ने ही सरकार गिराने के लिए ऐसा षडयंत्रकारी ताना-बाना बुना। हालाकि बीजेपी के दो बड़े नेताओं को यह अनैतिक प्रतीत हुआ। वसुंधरा राजे सिंधिया और कैलाश मेघवाल ने सरकार गिराने का समर्थन नहीं किया और आज वसुंधरा उसकी सजा भुगत रही हैं। बीजेपी ने उनको किनारे कर दिया है।
क्या बोले पार्टी के भीतर गुटबाजी पर:
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट रूप में कहा- राजस्थान कांग्रेस एकजुट है। कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं कि पार्टी के भीतर सचिन और गहलोत गुट अलग-अलग हैं। दोनों के समर्थक गुटबाजी कर रहे हैं। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है पार्टी एकजुट है। हम एकता के साथ विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी में किसी प्रकार का आंतरिक तनाव नहीं है।