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Garuda Purana: आध्यात्म जीवन को सकारात्मक दिशा दिखाता है। जो व्यक्ति आध्यात्म के मार्ग पर चलता है उसके जीवन में सुख का आगमन स्वतः ही हो जाता है। आध्यात्म के बताए नियम व्यक्ति के जीवन को बदल देते हैं आध्यात्मिक ग्रन्थ व्यक्ति के जीवन की दिशा बदल देते हैं वह उसको सत्य के मार्ग पर चलना सिखाते हैं।

गरुण पुराण जिसे मुक्ति का ग्रन्थ कहा जाता है उसका पाठ वैसे तो सामान्य दिनों में वर्जित है। क्योंकि गरुण पुराण घरों में किसी की मृत्यु के बाद उसकी आत्मा की शांति के लिए करवाया जाता है। लेकिन आज हम आपको गरुण पुराण के कुछ ऐसे नियम बताने जा रहे हैं जिनका यदि आप अनुसरण करते हैं तो आपका जीवन सुखमय हो जाएगा और घर में सुख-समृद्धि का वास होगा। 

स्नान – गरुण पुराण के मुताबिक़ प्रत्येक व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद सूर्य को रोजाना नमन करने की आदत स्वयं में डालनी चाहिए। स्नान करने से व्यक्ति शुद्ध होता है उसका मन सकारात्मक मार्ग पर चलता है और जीवन को एक सही दिशा मिलती है। वही जो लोग रोजाना स्नान नहीं करते हैं उनको गरुण पुराण में पापी बताया गया है। ऐसे लोग घर के लिए काल होते हैं। 

दान – गरुण पुराण के मुताबिक़ दान-पुण्य के काम व्यक्ति के लिए स्वर्ग के सभी मार्ग खोल देते हैं। जो लोग दान करते हैं उनके ऊपर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। ऐसे करने से आपके घर में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है और पारिवारिक जीवन सुखमय व्यतीत होता है। 

जाप – कुछ लोगों की आदत होती है कि वह सुबह जल्दी उठ तो जाते हैं लेकिन स्वयं को आध्यात्म से दूर रखते हैं। व्यक्ति को रोजना सुबह ईश्वर का ध्यान करना चाहिए। कोशिश करें की मंत्रो के साथ जाप करें। अगर आप जाप नहीं कर पा रहे हैं तो ईश्वर की स्तुति का पाठ करें और कुछ वक्त भगवान के ध्यान में बिताएं।