Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: सुबह प्रातः काल में उठना, स्नान करना सूर्य नमस्कार और अपने आराध्य का ध्यान करना लोगों की दैनिक दिनचर्या है। बिना स्नान और ध्यान के व्यक्ति के दिन की बेहतर शुरुआत नहीं हो सकती। लेकिन कई लोग आपके आसपास ऐसे भी होते हैं जिनका जीवन किसी नैतिक मूल्य से नहीं बंधा होता है। यह न तो समय पर सो कर उठते हैं, न समय पर सोते हैं, न इन लोगों को नहाने की चिंता होती है न बेहतर भोजन खाने की। असल में यह लोग सिर्फ जिंदगी के साथ खेलते हैं और कई बार अपने इस स्वाभाव के कारण रोजाना नहाते भी नहीं हैं।
बदलते जीवन के रोज आज समाज में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ गई है। यह लोग रोजाना नहाते तो नहीं हैं लेकिन इनका शरीर महकता है इसके लिए पफ्यूम का जबरदस्त उपयोग करते हैं। वैसे तो यह सभी लोग जानते हैं कि रोज न नहाने वाला व्यक्ति चाहें जितना फरफ्यूम डाल ले या इत्र लगा ले उसके चेहरे का आलस्य बता देता है कि आज उसने स्नान नहीं किया है। वही गरुण पुराण में जो लोग रोजाना स्नान नहीं करते उनको पापी और असुरीय स्वाभाव का बताया गया है।
जानें रोजाना न नहाने वालों के लिए क्या कहता है गरुण पुराण –
गरुण पुराण के मुताबिक़ जीवन को सकारात्मक दिशा देने के लिए रोजाना स्नान करना आवश्यक है। जब व्यक्ति रात में निद्रा की अवस्था में होता है तो उसका शरीर अपवित्र हो जाता है। पवित्रा के लिए व्यक्ति को रोजाना स्नान कर धार्मिक कार्यों में शामिल होना चाहिए। जो व्यक्ति स्नान नहीं करता है और धार्मिक आयोजनों का हिस्सा बनता है। उसे कभी सुख की प्राप्ति नहीं होती। ऐसे व्यक्ति पापी होते हैं जिन्हें उनके अच्छे कर्मों का भी फल नहीं मिलता। रोज न नहाने वाले व्यक्ति के पास नकारात्मक ऊर्जा का संचार अधिक होता है। यह लोग चाहें जितना सफल हों लेकिन इनके जीवन में सुख की कमी हमेशा बनी रहती है।
गरुण पुराण के मुताबिक रोज स्नान न करने वाले मनुष्य का जीवन कष्टमय होता है। वह जिस कार्य में अपना हाथ लगा देता है वह बिगड़ने लगता है। घर में कलह बनी रहती है और धन की देवी माता लक्ष्मी भी उस व्यक्ति से रुष्ट हो जाती हैं।