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Belt and Road Initiative: जी 20 समिट के सफल आयोजन के लिए हर तरफ भारत की सराहना हो रही है। समिट में 100 से अधिक मुद्दों पर चर्चा हुई और सभी ज़ी 20 के देशों ने उसपर सहमति जताई। इन मुद्दों में सबसे अहम मुद्दा रूस-यूक्रेन युद्ध रहा। वही यह समिट चीज के लिए समस्या बन गई।

एक तरफ भारत-मिडिल-ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (India Middle East Europe Economic Corridor) पर समझौता किया और दूसरी तरफ G20 के सदस्य देश इटली (Italy) की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने चीन के पीएम ली कियांग ने चीन को स्पष्ट कर दिया कि इटली चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव से बाहर निकल सकता है। 

पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने कहा हम जो निर्णय लेंगे उससे इटली और चीन के बीच का रिश्ता प्रभावित नहीं होगा। अभी के लिए जो उपर्युक्त है वह कदम हम उठाएंगे। हालाकि प्रोजेक्ट बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव चीन के परिदृश्य से काफी महत्वपूर्ण था।

चीन इसके माध्यम से स्वयं को काफी मजबूत दिखाकर भारत पर अपनी धाक जमाना चाहता था। लेकिन अगर इटली प्रोजेक्ट बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव से बाहर निकल जाता है तो चीन का सपना चूर-चूर हो जाएगा।