राज घराने की कहानियां तो हम सभी ने अपने बड़े-बुजुर्गो से खूब सुनी है और यह भी हम सभी जानते हैं कि राजा- महाराजों के नाम पर कई देश या कई राज्यों के नाम पड़े हैं। जैसे भारत का नाम भारत राजा भरत के नाम पर पड़ा। ठीक उसी प्रकार वर्जीनिया शरह का नाम एक रानी के नाम पर पड़ा। यह रानी राज घराने से संबंध रखती थी। इसकी कई ऐसी कहानियां प्रचलित हैं जो लोगों को ताज्जुब में डाल देती हैं। क्योंकि यह रानी क्वीन एलिजाबेथ प्रथम हैं जिनका विश्व भर में खूब नाम था और इनका संबंध ब्रिटिश के राज घराने से था।
क्यों पड़ा क्वीन एलिजाबेथ प्रथम के नाम पर वर्जीनिया शहर का नाम:
क्वीन एलिजाबेथ प्रथम हेनरी अष्टम और ऐनी बोलिन बेटी थीं। उन्होंने 1558 से 1603 राज सिंघासन संभाला। उन्हें लोग वर्जिन क्वीन के नाम से जानते थे। क्योंकि उन्होंने कभी शादी ही नहीं की। हालांकि उनका यह निर्णय उनके लिए कई चुनौतियाँ लेकर आया। उन्होंने सत्ता में रहते हुए इंग्लैण्ड की नीतियों में कई परिवर्तन किये। उनको इसके लिए विरोध का सामना भी करना पड़ा लेकिन उन्होंने अपने कुशल नेतृत्व से सब कुछ संतुलित कर लिया।
कहते हैं क्वीन एलिजाबेथ प्रथम ने शादी इसलिए भी नहीं की क्योंकि वह कभी भी यह नहीं चाहती कि कोई इंग्लैण्ड का पुरुष महाराजा बने और उन्होंने जो नीतियां बनाई हैं उनमें बदलाव हो। कई लोग यह भी कहते हैं कि यह एकमात्र इंग्लैण्ड की ऐसी रानी थीं जिन्होंने कभी सेक्स की इच्छा नहीं जताई और न उनके मन में कभी सेक्स करने की भावना आई।
उनके सम्मानऔर वर्जिन रानी की पवित्रता और अविवाहित स्थिति के प्रतीक के रूप में शहर का नाम “वर्जीनिया” चुना गया था।